Introduction to HTML (Hypertext Markup Language)
HTML information को सुन्दर और आकर्षक तरीके से World Wide Web में present करने का एक माध्यम है। HTML Tim Berners lee के द्वारा 1991 में create की गयी थी। HTML World Wide Web Consortium (W3C) द्वारा एक standard के रूप में manage की जाती है।
W3C एक international community है जो web standards create और manage करने का कार्य करती है। जब एक technology या language standard के रूप में चुन ली जाती है तो सभी platforms, developers और organisations बिना किसी शर्त के उसे follow करते है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है की आप कौनसा operating system या editor use कर रहे है webpages create करने के लिए हमेशा HTML का ही प्रयोग किया जाता है।
HTML में create किये गए web pages को सभी platforms पर देखा जा सकता है। इसके लिए आपको किसी प्रकार के special platform या software की आवश्यकता नहीं होती है। HTML platform independent है।
आइये अब सबसे पहले HTML का मतलब समझने का प्रयास करते है। HTML की full form Hyper Text Markup Language होती है। इनमें से हर word का एक विशेष अर्थ है जिसे नीचे detail से समझाया जा रहा है।
Hyper
Hyper का मतलब होता है की HTML sequence में नहीं काम करती है। जैसा की किसी programming language में होता है, एक statement के बाद अगला statement execute होता है। यदि किसी HTML file में link है और यूज़र उस पर click करता है तो वो execute हो जाती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है की उससे पहले कितने elements है और वो सभी load हुए है या नहीं। एक HTML file के सभी elements independent होते है।
ये भी जरुरी नहीं की किसी एक HTML file से पहले कोई दूसरी HTML file execute नहीं हो सकती है। HTML elements की ही तरह सभी HTML files भी एक दूसरे से independent होती है।
Text
Markup
Markup का मतलब text के layout और style को format करना होता है। आप text को tags के द्वारा mark करते है। जिस प्रकार के tags द्वारा text को mark किया जाता है वैसे ही text web page में show होता है।
उदाहरण के लिए यदि आप किसी text को <h1> tag के द्वारा mark करते है तो webpage में वह text बड़ी और bold heading के रूप में दिखाई देगा।
Language
So what is HTML? (A simple definition in plain Hindi)
HTML एक Hyper Text Markup Language है जो web pages create करने के लिए use की जाती है। HTML के विभिन्न tags को use करते हुए आप webpages create करते है और उनमें विभिन्न elements जैसे की images, audio, video, tables, lists, links और text आदि add करते है।
Web desinging के क्षेत्र में सीखी और सिखायी जाने वाली HTML सबसे पहली language होती है। HTML के साथ CSS का भी प्रयोग किया जाता है जो webpage को और भी बेहतर design करने के लिए use की जाती है। HTML के साथ JavaScript के प्रयोग से webpages में logic add किया जाता है और उन्हें dynamic बनाया जाता है।
HTML Versions
अब तक HTML के बहुत से version industry में आ चुके है। HTML के हर version में कुछ नए elements add किये जाते है। HTML के सभी versions के बारे में निचे detail से बताया जा रहा है। ये सभी versions HTML की history और समय के साथ किये गए improvments को दर्शाते है।
HTML 1.0
HTML 2.0
इस version में HTML 1.0 के सभी features थे। इस version के साथ ही HTML website develop करने का बुनियादी माध्यम बन चुकी थी।
HTML 3.0
इस version के आने तक HTML बहुत popular हो चुकी थी। इस version में browsers के साथ compatibility problem होने की वजह से इस version को रोक दिया गया था। लेकिन बाद में नए और advanced tags के साथ इसे introduce किया गया था।
HTML 3.2
HTML 4.01
इस version में कुछ नए tags के साथ ही cascading style sheet को भी introduce किया गया था। इस समय HTML पूरी तरह modern language बन चुकी थी|
HTML 5.0
XHTML
HTML में हर कार्य tags द्वारा किया जाता है। इसलिए HTML को ठीक से समझने और use करने के लिए आपका tags के बारे में जानना अतिआवश्यक है। HTML tags के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए अगली tutorial पढ़े – HTML Tags in Hindi